
कटनी से सौरभ श्रीवास्तव की रिपोर्ट
कटनी। नगर निगम द्वारा शहर की सड़कों के बीचोंबीच बनाए गए डिवाइडर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए हैं। निर्माण कार्य में गुणवत्ता की अनदेखी और मनमानी के चलते यह डिवाइडर कुछ ही महीनों में जर्जर हो गए। और लगे पोल या तो उखड़ गए या फिर गायब हो गए ओर कई जगहों पर पोल टूट कर ज़मीन पर गिरे पड़े है नगर निगम पोल लगाये पर पर उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं ली नगर निगम की लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण जनता के टैक्स का पैसा पानी की तरह बहा दिया गया।
अब नगर निगम ने शहर की सुंदरता बढ़ाने के नाम पर इन डिवाइडरों पर स्ट्रीट लाइट के खंभे लगाने का काम शुरू कर दिया है। इसके पीछे दावा किया जा रहा है कि इससे शहर की रौनक बढ़ेगी और सड़कों पर रोशनी की व्यवस्था दुरुस्त होगी।
लेकिन सवाल यह उठता है कि जब डिवाइडर ही खराब और अस्थिर हैं, तो उन पर खंभे लगाना क्या किसी नई मुसीबत को न्योता देना नहीं होगा? नगर निगम के इस निर्णय पर जनता के बीच भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि पहले से बने डिवाइडर की मरम्मत या मजबूत निर्माण के बजाय सीधा खंभे लगाना एक और भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है। यह फैसला कहीं फिर से जनता के पैसों की बर्बादी न बन जाए, इस पर नजर रखने की जरूरत है।